जिस बदन पर सुबह से ही दामाद का वार था और पका हुआ था, वह अपनी हवस को दबा नहीं पाई और आख़िरकार अपने दामाद के लंड को सहला गई! - - जिस छेद में उसकी बेटी का जन्म हुआ था, उसमें मांस की एक मोटी छड़ी को बार-बार दबाया जाता है और अंत में चरमोत्कर्ष पर पहुंचती है!